भारतीय उप-महाद्वीप न केवल अपनी सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है बल्कि यहाँ पर वनस्पतियों और जीवों की विविध प्रजातियाँ भी पाई जाती हैं| इसलिए भारत में वन्यजीव अभयारण्यों और राष्ट्रीय उद्यानों का निर्माण लुप्तप्राय पक्षियों और जानवरों के संरक्षण के लिए बड़ी संख्या में किया गया है,
ताकि इन पक्षियों और जानवरों के विलोपन को रोका जा सके| वन्यजीव अभयारण्य में मानव गतिविधियों की अनुमति दे दी जाती है जबकि एक राष्ट्रीय पार्क में ये पूरी तरह से प्रतिबंधित रहती हैं ।
अभयारण्य में शिकार अनुमति के बिना निषिद्ध है हालांकि चराई और मवेशियों की आवाजाही की अनुमति है। जबकि राष्ट्रीय उद्यान में शिकार और चराई पूरी तरह से निषिद्ध हैं ।
भारत में वन्यजीव अभयारण्य निम्न स्थानों पर हैं:
- अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह ग्रेट निकोबार
- आंध्र प्रदेश:-नागार्जुन सागर श्रीशैलम, एटुरनगरं, कोल्लेरू , पुलिकट
- अरुणाचल प्रदेश पाखुई-बामेरी
- असम- गरमपनी
- बिहार- गौतम बुद्ध (गया )
- हिमाचल प्रदेश- गोविंद सागर, शिकारी देवी ( मंडी )
- झारखंड:- पलामू, हजारीबाग
- कर्नाटक भद्रा, दांदेली, रंगनाथिट्टू
- केरल:- वेणाड, नैयर
- मध्य प्रदेश :- बोरी – सतपुड़ा पंचमढ़ी, राष्ट्रीय चंबल
- गोवा:-भगवान महावीर
- महाराष्ट्र:-कन्हेरी, मेलघाट
- मिजोरम:- डम्पा
- ओडिशा:- सतकसिया, नंदन कानन ( भुवनेश्वर ), चंदक, चिल्का झील
- पंजाब:-अबोहर
- राजस्थान:- माउंट आबू, ताल छ्प्पर
- तमिलनाडु:- वेदंथंगल, प्वाइंट केलिमियर, मुंडनथुराई
- उत्तर प्रदेश:- चंद्रप्रभा (वाराणसी)
- पश्चिम बंगाल:-महानदी. जोल्दापरा, सजनाखाली
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