Table of Contents
Madhya Pradesh National Sanctuary Part 01
( राष्ट्रीय अभ्यारण एवं उद्यान )
1. कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान ( Kanha Kisli National Park )
?⚜ कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान’ मध्य प्रदेश राज्य के मंडला और बालाघाट जिले मे स्थित हैं एक बाघ अभयारण्य है। इस अभयारण्य में दुर्लभ बारहसिंगा भी पाया जाता है, जो सम्पूर्ण विश्व में और कहीं नहीं मिलता है !
?⚜कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान 1933 तक एक अभ्यारण था सन 1955 में यह मध्य प्रदेश का पहला राष्ट्रीय उद्यान बना ! सन 1974 में कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान को प्रोजेक्ट टाइगर योजना के अंतर्गत शामिल किया गया ! कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान 940 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है
?⚜कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्रफल की दृष्टि से मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है इस राष्ट्रीय उद्यान में अमेरिका की पार्क इंटरप्रिटेशन योजना लागू है !
?⚜ कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान से हवाई पट्टी गुजरती है जो इसके ठीक मध्य (बीचों बीच) से गुजरती है ! कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान में हालो व बंजर घाटी स्थित है
?⚜ कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान वन्य जीवन की सभी आश्चर्यजनक विविधता के साथ ‘कान्हा राष्ट्रीय उद्यान’ बाघ? के निवास के लिए विशेष रूप में जाना जाता है। मध्य भारत मे ऊंचाईं पर बसा यह सबसे ?ख़ूबसूरत उद्यान आज तक देश के सबसे पुराने अभयारण्यों में से एक होने के साथ इस स्थान के वन्य जीवन के संरक्षण का एक लंबा इतिहास रहा है, जो वास्तव में गर्व की बात है।
?⚜ विश्व पर्यटन के नक्शे पर इस राष्ट्रीय उद्यान ने अपनी एक जगह बना ली है। यहां की सबसे बड़ी विशेषता खुले घास का मैदान हैं जहां ?काला हिरन, बारहसिंहा, सांभर और चीतल को एक साथ देखा जा सकता है। बाघों के साथ बारसिंगा भी यहाँ का अनमोल रत्न है। किसी समय विलुप्त होने की दहलीज पर खडा दुर्लभ बारहसिंगा अब कान्हा राष्ट्रीय उद्यान में अपने प्राकृतिक निवास स्थान में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है ! बांस और टीक के वृक्ष इसकी सुन्दरता को और बढा देते हैं।
⚜?कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान के मुख्य आकर्षण⚜?
?⚜ कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान मे ?बाराहसिंगा प्रजाति कान्हा का प्रतिनिधित्व करती है और यहां बहुत प्रसिद्ध है। कठिन ज़मीनी परिस्थितियों में रहने वाला यह अद्वितीय जानवर टीक और बांसों से घिरे हुए विशाल घास के मैदानों के बीच बसे हुए हैं। बीस साल पहल से बारहसिंगा विलुप्त होने की कगार पर थे। लेकिन कुछ उपायों को अपनाकर उन्हें विलुप्त होने से बचा लिया गया। दिसम्बर माह के अंत से जनवरी के मध्य तक बारहसिंगों का प्रजनन काल रहता है। इस अवधि में इन्हें बेहतर और नज़दीक से देखा जा सकता है। बारहसिंगा पाए जाने वाला यह भारत का एकमात्र स्थान है।
?⚜कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान में घूमने के लिए जीप सफारी सुबह और दोपहर को प्रदान की जाती है। जीप मध्य प्रदेश पर्यटन विकास कार्यालय से किराए पर ली जा सकती है। कैम्प में रूकने वालों को अपना वाहन और गाइड ले जाने की अनुमति है। सफारी का समय सुबह 6 से दोपहर 12 बजे और 3 बजे से 5:30 तक निर्धारित किया गया है।
?⚜ कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान में बाघों को नजदीक से देखने के लिए पर्यटकों को हाथी की सवारी की सुविधा दी गई है। इसके लिए सीट की बुकिंग करनी होती है। इनकी सेवाएं सुबह के समय प्राप्त की जा सकती हैं। इसके लिए भारतीयों से 100 रूपये और विदेशियों से 600 रूपये का शुल्क लिया जाता है।
?⚜ इस उद्यान मै पक्षियों के मिलन स्थल का विहंगम दुश्य भी देख सकते है। यहां लगभग 300 पक्षियों की प्रजातियां हैं। पक्षियों की इन प्रजातियों में स्थानीय पक्षियों के अतिरिक्त सर्दियों में आने प्रवासी पक्षी भी शामिल हैं। यहां पाए जाने वाले प्रमुख पक्षियों में सारस, छोटी बत्तख, पिन्टेल, तालाबी बगुला, मोर-मोरनी, मुर्गा-मुर्गी, तीतर, बटेर, हर कबूतर, पहाड़ी कबूतर, पपीहा, उल्लू, पीलक, किंगफिशर, कठफोडवा, धब्बेदार पेराकीट्स आदि हैं।
⚜बामनी दादर यह कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान का यह पार्क सबसे खूबसूरत स्थान है। यहां का मनमोहक सूर्यास्त पर्यटकों को बरबस अपनी ओर खींच लेता है। घने और चारों तरफ फैले कान्हा के जंगल का विहंगम नजारा यहां से देखा जा सकता है। इस स्थान के चारों ओर हिरण, गौर, सांभर और चौसिंहा को देखा जा सकता है।
?⚜कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान में ऐसे अनेक जीव जन्तु मिल जाएंगे जो दुर्लभ हैं। पार्क के पूर्व कोने में पाए जाने वाला भेड़िया, चिन्कारा, भारतीय पेंगोलिन, समतल मैदानों में रहने वाला भारतीय ऊदबिलाव और भारत में पाई जाने वाली लघु बिल्ली जैसी दुर्लभ पशुओं की प्रजातियों को यहां देखा जा सकता है
?⚜ कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान के आन्दर आगन्तुकों के केन्द्र के नजदीक साल के पेड़ों के दो विशाल ठूठों को देखा जा सकता है। इन ठूठों की प्रतिदिन जंगल में पूजा की जाती है। इन्हें राजा-रानी नाम से जाना जाता है। राजा रानी नाम का यह पेड़ बर्ष 2000 के बाद ठूठ में तब्दील हो गया था।
?⚜ कान्हा किसली राष्ट्रीय उद्यान 1 अक्टूबर से 30 जून तक खुला रहता है। मॉनसून के दौरान यह पार्क बन्द रहता है। यहां का अधिकतम तापमान लगभग 39 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 2 डिग्री सेल्सियस तक हो जाता है। सर्दियों में यह इलाका बेहद ठंडा रहता है। सर्दियों में गर्म और ऊनी कपड़ों की आवश्यकता होगी। नवम्बर से मार्च की अवधि सबसे सुविधाजनक मानी जाती है। दिसम्बर और जनवरी में बारहसिंहा को नजदीक से देखा जा सकता है।
? आवागमन
कान्हा राष्ट्रीय पार्क वायु, रेल और सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। अपनी सुविधा के अनुसार आप कान्हा पहुंचने के लिए इन मार्गो का प्रयोग कर सकते है।
- वायु मार्ग? कान्हा से 266 किलोमीटर दूर स्थित नागपुर में निकटतम एयरपोर्ट है। यह इंडियन एयरलाइन्स की नियमित उड़ानों से जुड़ा हुआ है। यहां से बस या टैक्सी के माध्यम से कान्हा पहुंचा जा सकता है।
- रेल मार्ग? जबलपुर रेलवे स्टेशन कान्हा पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी स्टेशन है। जबलपुर कान्हा से 175 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से राज्य परिवहन निगम की बसों या टैक्सी से कान्हा पहुंचा जा सकता है।
- सड़क मार्ग? कान्हा राष्ट्रीय पार्क जबलपुर, खजुराहो, नागपुर, मुक्की और रायपुर से सड़क के माध्यम से सीधा जुड़ा हुआ है। दिल्ली से राष्ट्रीय राजमार्ग 2 से आगरा, राष्ट्रीय राजमार्ग 3 से बियवरा, राष्ट्रीय राजमार्ग 12 से भोपाल के रास्ते जबलपुर पहुंचा जा सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 12 A से मांडला जिला रोड़ से कान्हा पहुंचा जा सकता है।
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2. पन्ना राष्ट्रीय उद्यान ( Panna National Park )
?⚜’पन्ना राष्ट्रीय उद्यान’ मध्य प्रदेश का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहाँ भारत की कुछ सर्वोत्तम वन्य जीवन प्रजातियां पाई जाती हैं। पन्ना राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश जिले के पन्ना- छतरपुर जिले में स्थित है !
?⚜पन्ना राष्ट्रीय उद्यान का क्षेत्रफल 543 वर्ग किलोमीटर है ! पन्ना राष्ट्रीय उद्यान 1981 में राष्ट्रीय उद्यान बना मध्यप्रदेश की 6 ?बाघ परियोजनाओं में पन्ना राष्ट्रीय उद्यान शामिल है!
?⚜ पन्ना राष्ट्रीय उद्यान में समृद्ध जैव विविधता देखी जा सकती है। केन नदी यहाँ उद्यान के उत्तर दिशा में बहती है। इस नदी में मगरमच्छ और घड़ियाल भी पाये जाते हैं। इस राष्ट्रीय उद्यान में रैप्टाइल पार्क भी विकसित किया जा रहा है।
?⚜पन्ना राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के लगभग मध्य में खजुराहो से 57 किलोमीटर की दूरी पर पन्ना ज़िले में स्थित है। यह क्षेत्र हीरों के लिए विख्यात है। यहाँ भारतकी कुछ सर्वोत्तम वन्य जीवन प्रजातियां पाई जाती हैं और यह देश का एक बेहतरीन टाइगर रिजर्व है। इस उद्यान में जंगली बिल्लियों के अलावा बाघ और हिरण तथा एंटीलॉप भी पाए जाते हैं।
?⚜भारत के एक जाने-माने पर्यटन आकर्षण केन्द्र, खजुराहो के समीप होने के कारण इस उद्यान में एक बड़ा पर्यटन आकर्षण बनने की संभाव्यता निहित है। इसे भारत का दूसरा ‘सरिस्का राष्ट्रीय उद्यान’ माना जाता है। पन्ना राष्ट्रीय उद्यान को ‘विश्व वन्यजीव कोष’ से भी सहायता प्राप्त हो रही है।
?⚜पन्ना ज़िले का संरक्षित वन और छतरपुर ज़िले के कुछ संरक्षित वन पहले पन्ना, छतरपुर और बिजावर रियासतो के शासकों के शिकारगाह थे। 1975 में मौजूदा उत्तर और दक्षिण पन्ना वन विभाग के क्षेत्रिय वनों से ‘गंगऊ वन जीव अभ्यारण्य’ का निर्माण किया गया। बाद में साथ जुड़े ‘छतरपुर वन सम्भाग’ के कुछ हिस्सों को इस अभ्यारण्य में शामिल किया गया। 1981 में इसी ‘गंगऊ वन्य जीव अभ्यारण्य’ के स्थान पर ‘पन्ना राष्ट्रीय उद्यान’ अस्तित्व में आया।
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3. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान ( Satpura National Park )
?⚜’सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान ‘ मध्य प्रदेश में सतपुड़ा की बीहड़ पहाड़ियों में बसा हुआ है। यह अभयारण्य जैव विविधता से परिपूर्ण है। यह मध्य प्रदेश के जिले होशंगाबाद में स्थित है ! यह 525 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ सन 1983 में इसे ?बाघ परियोजना में शामिल किया गया !
?⚜ इसी राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश की सबसे ऊँची चोटी धूपगढ़ भी उद्यान में ही स्थित है। सूखे कांटेदार जंगलों से लेकर उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती, नम पर्णपाती और अर्द्ध सदाबहार जंगलों की जैव विविधता के कारण यह क्षेत्र अद्वितीय है। उद्यान का क्षेत्र वन्य जीवन से समृद्ध है। ? बाघ अच्छी संख्या में पाये जाते है, लेकिन वह घने वन क्षेत्रों तक ही सीमित हैं।
?⚜ यह राष्ट्रीय उद्यान *पचमढ़ी वन्यजीव अभयारण्य’ और ‘बोरी वन्य जीवन अभयारण्य’ के साथ यह बाघ अभयारण्य 525 के क्षेत्र पर फैला हुआ था जैव सांस्कृतिक विविधता से संपन्न इस ‘सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान’ की स्थापना वर्ष 1981 में हुई थी।
?⚜इसके बाद से ही यहाँ कुछ दुर्लभ पौधे और पशु प्रजातियाँ पलने लगी। राज्य का महत्त्वपूर्ण हिल स्टेशन *पंचमढ़ी, इसी ‘पंचमढ़ी वन्यजीव अभयारण्य’ के क्षेत्र में स्थित है। आम तौर पर पहाड़ी ढलानों वाला यह इलाका घने जंगलों के साथ गहरी और संकरी घाटियाँ, नालें, आश्रय घाटियों और पानी के झरनों से सजा हुआ है।
?⚜सूखे कांटेदार जंगलों से लेकर उष्णकटिबंधीय शुष्क पर्णपाती, नम पर्णपाती और अर्द्ध सदाबहार जंगलों की जैव विविधता के कारण यह क्षेत्र अद्वितीय है। यहा सागौन, साल और मिश्रित वन प्रमुखता से दिखाई देते हैं।
?⚜ ‘बोरी वन्यजीव अभयारण्य’,बांस से समृद्ध है। इस क्षेत्र में फूल और गैर-फूल के पौधों की 1200 से अधिक किस्में पाई जाती हैं। उनमें से कुछ बहुत ही दुर्लभ और विलुप्तप्राय प्रजाति हैं, जो केवल पंचमढ़ी पठार,जैसे बारह मासी धाराओं के साथ गहरी घाटियों में फैले क्षेत्र में विकसित होती है।
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4. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान ( Bandhavgarh National Park )
?⚜’बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान’ मध्य प्रदेश में विंध्य पर्वतमाला के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। यह उद्यान अपने ?बाघों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में स्थित है ! बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान को वर्ष 1983 में प्रोजेक्ट टाइगर में शामिल किया गया !
?⚜ बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान बाघ? की दृष्टि से देश सर्वाधिक घनत्व वाला का एकमात्र राष्ट्रीय उद्यान है ! इस राष्ट्रीय उद्यान में प्रति 8 वर्ग किलोमीटर पर एक भाग पाया जाता है यह राष्ट्रीय उद्यान 32 पहाड़ियों से घिरा हुआ है बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान 437 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है !
?⚜बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान खजुराहो से लगभग 237 कि.मी. और जबलपुर से 195 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। पहले बांधवगढ़ के चारों ओर फैले जंगल का रख-रखाव रीवा के महाराजा के शिकारगाह के रूप में किया जाता था। ‘बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान’ अपने बाघों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है।
?⚜यह राष्ट्रीय उद्यान एक छोटा पार्क है, जो सुगठित होने के साथ ही खेलों से भरा हुआ है। बाँधवगढ़ में बाघों की संख्या भारत में सबसे अधिक है। इस राष्ट्रीय उद्यान के महत्व और संभाव्यता को देखते हुए इसे 1993 में ‘प्रोजेक्ट टाइगर नेटवर्क’ में जोड़ा गया था। इस आरक्षित वन का नाम इसके मध्य में स्थित ‘बांधवगढ़ पहाड़ी’ (807 मीटर) के नाम पर रखा गया है, जो,विन्ध्याचल पर्वत शृंखला और सतपुड़ा पर्वतश्रेणी के पूर्वी सिरे के बीच स्थित है और यह मध्य प्रदेश के शहडोल और जबलपुर ज़िलों में है।
?⚜इस अभ्यारण्य में 22 प्रकार के स्तनधारियों की प्रजातियाँ तथा 250 पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती है। यहाँ सामान्यत: लंगूर और रिसस बंदर प्राइमेट समूह का प्रतिनिधित्व करते हैं। वन में पाए जाने वाले मांसभक्षियों में एशियाई भेडिया, बंगली लोमड़ी, स्लॉथ बीयर, रेटल, भूरे मंगूस, पट्टी दार लकड़बग्गा, जंगली बिल्ली, चीते और बाघ आदि जंगली जीव प्रमुख हैं। जंगली सुअर, चित्तीदार हिरण, सांभर, चौसिंघा, नील गाय, चिंकारा और गौर आदि भी पर्याप्त संख्या में यहाँ पाये जाते हैं।
?⚜बांधवगढ़ अभ्यारण्य में पाए जाने वाले स्तनधारी हैं- डोल, छोटी भारतीय सीवेट, पाम गिलहरी और छोटे बेंडीकूट चूहे कभी कभार देखे जा सकते हैं।शाकाहारियों में केवल ‘गौर’ नामक जंतु ही इस अभ्यारण्य में पाया जाता है, जो चारा खाता है।
?⚜ बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान मे नदियों और दलदली स्थानों की वनस्ति के साथ अनेक प्रकार के पक्षी भी बांधवगढ़ अभ्यारण्य में पाए जाते हैं। इनमें से कुछ सामान्य हैं- ग्रेब, अगरेट, लेसर एडजुटेंट,सारस, क्रेन, ब्लैक आइबिस, लैसर विसलिंग टीज, सफेद आँखों वाले बजार्ड, ब्लैक काइट, क्रेस्टेड सर्पेंट इंगल, काला गीध, इजिप्शन गीध, सामान्य पी फाउल, लाल जंगली फाउल, डव, पाराकिट, किंगफिशर और इंडियन रोलर। आदि है !
?⚜इस उद्यान मे पाए जाने वाले सरीसृप हैं- कोबरा, क्रेट, वाइपर, रेटल स्नैक, पाइथन, कछुएं और वारानस सहित कई प्रकार की छिपकलियाँ। पायी जाती है !
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5. पेंच राष्ट्रीय उद्यान ( Pench National Park )
?⚜पेंच राष्ट्रीय उद्यान भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान हैं। यह मध्यप्रदेश के सिवनी और छिन्दवाड़ा जिलों में स्थित है। पेंच राष्ट्रीय उद्यान 293 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है विश्व बैंक की 7 अभ्यारण संरक्षण योजनाओं में पेंच बाघ रिजर्व ( ?प्रोजेक्ट टाइगर?) भी शामिल है !
?⚜पेंच राष्ट्रीय उद्यान का नाम बदलकर इंदिरा प्रियदर्शनी राष्ट्रीय उद्यान कर दिया गया है !यहाँ मोगली लैण्ड बनाया गया है ! मोगली लैंड का क्षेत्र मध्यप्रदेश के सिवनी जिले का जंगल है !
?⚜ पेंच राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के सिवनी और छिन्दवाड़ा जिले की सीमाओं पर 293 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले इस राष्ट्रीय उद्यान का नामकरण इसे दो भागों में बांटने वाली पेंच नदी के नाम पर हुआ है। यह नदी उद्यान के उत्तर से दक्षिण दिशा की ओर बहती है।
?⚜देश का सर्वश्रेष्ठ टाइगर रिजर्व होने का गौरव प्रात करने वाले पेंच राष्ट्रीय उद्यान को 1993 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित इस नेशनल पार्क में हिमालयी प्रदेशों के लगभग 210 प्रजातियों के पक्षी आते हैं। अनेक दुर्लभ जीवों और सुविधाओं वाला पेंच नेशनल पार्क तेजी से पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहा है !
?⚜पेंच नेशनल पार्क पर्यटकों को तेजी से अपनी ओर आकषिर्त कर रहा है। खूबसूरत झीलें, ऊंचे पेड़ों के सघन झुरमुट, रंगबिरंगे पक्षियों का कलरव, शीतल हवा के झोंके, सोंधी-सोंधी महकती माटी, वन्य प्राणियों का अनूठा संसार सचमुच प्रकृति के समूचे तन-बदन पर हरीतिमा का ऐसा अनंत सागर रोम-रोम में सिहरन भर देता है।
?⚜पेंच नेशनल पार्क कोलाहल करते 210 से अधिक प्रजाति के पक्षियों, पलक झपकते ही दिखने और गायब हो जाने वाले चीतल, सांभर और नीलगायें, भृकुटी ताने खड़े जंगली भैंस और लगभग 65 बाघों से भरा पड़ा है।
?⚜पेंच नेशनल पार्क में जिन पक्षी प्रजातियों का मुख्य रूप से आना-जाना है, उनमें पीफोल, रेड जंगल फोल, कोपीजेन्ट, क्रीमसन, बेस्ट डबारबेट, रेड वेन्टेड बुलबुल, रॉकेट टेल डोगों, मेंगपाई राबिन, लेसर, व्हिस्टल टील, विनेटल सोवेला, ब्राह्मनी हक प्रमुख हैं। देशभर में तेजी से विलुप्त होते जा रहे गिद्ध भी यहां बहुतायत में पाये जाते है। इनमें दो प्रकार के गिद्ध प्रमुख हैं। पहला ‘किंग वल्चर’ जिसके गले में लाल घेरा होता है और दूसरा है- व्हाइट ब्रेंद वल्चर’ जिसके पीछे सफेद धारिया होती हैं। यहां राज तोता(करन मिट्ठू) और बाज सहित प्रदेश का सरकारी पक्षी ‘दूधराज’ भी मस्ती करते दिखाई देते हैं।
?⚜अंतरराष्ट्रीय जल विद्युत परियोजना के तहत तोतलाडोह बांध बनने से मध्य प्रदेश का कुल 5,451 वर्ग किलोमीटर डूब क्षेत्र में आता है। इस बांध के बन जाने से राष्ट्रीय उद्यान के मध्य भाग में विशाल झील बन गई है, जो वन्यप्राणियों की पानी की आवश्यकता की दृष्टि से बहुत उपयुक्त है। कान्हा और बांधवगढ़ जैसे विख्यात राष्ट्रीय उद्यान के विशेषज्ञों का मानना है कि प्राकृतिक सौन्दर्य की दृष्टि से पेंच टाइगर उद्यान बेहतर स्थिति में है।
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No of Questions-15
Share your Results:Q.1 भारत में फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टिट्यूट एंड कॉलेज देहरादून में है इस इंस्टिट्यूट के चार क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्रों में से एक मध्यप्रदेश में स्थित है वह कहां स्थित है ?
Q.2 कान्हा राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्रफल कितना है ?
Q.3 मध्यप्रदेश में कितने राष्ट्रीय उद्यान बाघ परियोजना में शामिल है ?
Q.4 मध्य प्रदेश का एकमात्र जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान किस जिले में है ?
Q.5 निम्न में से कौनसा राष्ट्रीय उद्यान 32 पहाड़ियों से घिरा हुआ है ?
Q.6 भारत के कुल बाघों का कितने प्रतिशत मध्यप्रदेश में पाए जाते हैं ?
Q.7 मध्यप्रदेश के किस अभ्यारण में गिर राष्ट्रीय उद्यान से एशियाटिक बब्बर शेर लाए जाने का प्रस्ताव है ?
Q.8 मध्यप्रदेश के किस अभ्यारण में सर्वाधिक प्रकार की फना फ्लोटा की प्रजाति पाई जाती है ?
Q.9 मध्य प्रदेश का सबसे छोटा अभ्यारण कौन सा है ?
Q.10 मध्यप्रदेश में रेप्टाइल (सरीसृप ) राष्ट्रीय अभ्यारण किस राष्ट्रीय उद्यान में समाहित है ?
Q.11 अमेरिका की नेशनल पार्क सर्विस के सहयोग से पार्क इंटरप्रिटेशन योजना किस राष्ट्रीय उद्यान में प्रारंभ की गई है ?
Q.12 बाघों की संख्या की दृष्टि से देश का सर्वाधिक घनत्व वाला राष्ट्रीय उद्यान कौन सा है ?
Q.13 जॉर्ज कैसल नामक भवन किस राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है ?
Q.14 सरदारपुर अभ्यारण मध्यप्रदेश के किस जिले में स्थित है ?
Q.15 दुर्गावती राष्ट्रीय अभ्यारण मध्यप्रदेश के किस संभाग में स्थित है ?
Specially thanks to Post and Quiz makers ( With Regards )